Showing posts from 2014

Wo Kaun Se Kaam Hai Jinko Karne Se Allah Mujhe Na Pasand Karta Hai ?

{HAMARE SAWALAT} ? {QURAN KE JAWABAAT} ! IIECINDIA SAWAL : wo kaun se kaam hai jinko karne se Allah mujhe napasand karta hai ? JAWAB : “beshaq ALLAH zyadati aur zulm karne walo ko pasand nahi karta .” (Quran : Sura Baqra 2/190…

वो कौन से काम है जिनको करने से अल्लाह मुझे नापसंद करता है ?

{हमारे सवालात} ? {क़ुरान के जवाबात} ! सवाल : वो कौन से काम है जिनको करने से अल्लाह मुझे नापसंद करता है ? जवाब : “बेशक अल्लाह ज़्यादती और ज़ुल्म करने वालो को पसंद नही करता .” (क़ुरान : सुरा बक़रा 2/190) “अल्लाह बिगाड़ फैलने वालो …

Mujh Par Koi Musibat Aaye To Mein Kya Karu ?

HAMARE SAWALAT AUR QURAN MAZID KE JAWABAT 1. SAWAL : Mujh par koi musibat aaye to mein kya karu “Namaz ka ehtemam kar aur bhalaai ka hukm de aur burai se rok aur jo musibat bhi tujh par padey uspar sabr se kaam le., beshaq ye un…

मुझ पर कोई मुसीबत आए तो में क्या करू ?

हमारे सवालात और क़ुरान मज़ीद के जवाबत   “नमाज़ का एहतेमाम् कर और भलाई का हुक्म दे और बुराई से रोक और जो मुसीबत भी तुझ पर पड़े उसपर सब्र से काम ले., बेशक ये उन कामो मे से है जो हिम्मत और मज़बूत इरादो के काम हैं.” (क़ुरान : सुरा…

Mujh Par Musibat Kyo Aati Hai ?

HAMARE SAWALAT AUR QURAN KE JAWABAT “Jo musibat tumhein pahuchi wo to tumhare apne hatho ki kamaai se pahuchi aur bahut kuch to wo (Allah) maaf kar deta hai. (Quran : Sura Shura 42/30) “Jo musibat bhi jamin me aati hai aur tumha…

मुझ पर मुसीबत क्यो आती है ?

हमारे सवालात और क़ुरान के  जवाबात “जो मुसीबत तुम्हें पहुची वो तो तुम्हारे अपने हाथो की कमाई से पहुची और बहुत कुछ तो वो (अल्लाह) माफ़ कर देता है. (क़ुरान : सुरा शूरा 42/30) “जो मुसीबत भी ज़मीन मे आती है और तुम्हारे अपने उपर, वो ए…

मोज़ीज़ात (चमत्कार) नबी करीम सललाल्लाहू आलेही वासल्लम का लकड़ी को तलवार में बदलना

हज़रत उकाशा रज़ी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है. जंग ए बदर में मेरी तलवार टूट गई में नबी करीम सल्ल. के पास हाजिर हुआ आप ने मुझे एक उद की लकड़ी दी और फरमाया इससे लडो, वो लकड़ी चमकती हुए तलवार में बदल गई में फ़तह होने तक लड़ता रहा, यह…

मोज़ीज़ात (चमत्कार) नबी करीम सललाल्लाहू आलेही वासल्लम का बकरी का दूध दुहना.

हज़रत अब्दुल्लाहा बिन मसूद रज़ी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है. में उकबा की बकरिया चराया करता था एक दिन नबी करीम सललाल्लाहू आलेही वासल्लम और हज़रत अबूबक्र तशरीफ़ लाए, दोनो ने मुझसे पूछा क्या पीने के लिए कुछ दूध है मेने कहा ये बकरिया…

NABI KARIM SALLALLAHU ALAYHI WASALLAM KE MOZIZAT (CHAMTKAR)

Hazrat Jabir bin samura Razi Allahu Anhu Se Rivayat hai. NABI KARIM SALLALLAHU ALAYHI WASALLAM ne farmaya. Men makka ke us patthar ko janta hun jo mujhe nabuwat se pahle salam kiya karta tha men ab bhi use pahchanta hu. Hazrat A…

नबी करीम सललाल्लाहू आलेही वासल्लम के मोज़ीज़ात (चमत्कार)

हज़रत जाबिर बिन समुरा रज़ी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है. नबी करीम सललाल्लाहू आलेही वासल्लम ने फरमाया. में मक्का के उस पत्थर को जानता हूँ जो मुझे नबुवत से पहले सलाम किया करता था में अब भी उसे पहचानता हू. हज़रत अबू मूसा रज़ी अल्लाहू…

ALLAH TA'ALA HI KE LIYE TAWAAF AUR ITIKAF.

ALLAH TA'ALA QURAN MEN FARMATA HAI. Logo chahiye ke Allah ke kadim ghar (Yani Betullah) ka tawaaf kare. Quran (Sura Haj 22/29) Hamen ibrahim ismail se wada liya ke tum mere ghar ko tawaf karne walo aur itiksf karne walo aur …

अल्लाह ता'आला ही के लिए तवाफ़ और इतिकाफ.

अल्लाह ता'आला क़ुरान में फरमाता है. लोगो चाहिए के अल्लाह के कदिम घर (यानी बेतुल्लाह) का तवाफ करे. क़ुरान (सुरा हज 22/29) हमें इब्राहिम इस्माईल से वादा लिया के तुम मेरे घर को तवाफ करने वालो और इतिखाफ करने वालो और रुकु सज़्दा …

ALLAH TA'ALA HI KE LIYE RUKU AUR SAZDA.

ALLAH TA'ALA QURAN MEN FARMATA HAI. A Imaan walo! Ruku aur sazda karte raho aur apne rab ki ibadat men lage raho aur nek kaam karte raho taki tum kamyab ho jao. Quran (Sura Haj 22/77) Hajrat Kais Bin Said RaZi Allahu Anhu Se…

अल्लाह ता'आला ही के लिए रुकु और सज़्दा.

अल्लाह ता'आला क़ुरान में फरमाता है. ऐ ईमान वालो! रुकु और सज़्दा करते रहो और अपने रब की इबादत में लगे रहो और नेक काम करते रहो ताकि तुम कामयाब हो जाओ. क़ुरान (सुरा हज 22/77) हज़रत कैस बिन शैद रज़ी अल्लाहू अन्हु से रिवायत ह…

ALLAH TA'ALA PAR HI KAMIL TAWAKKAL WA BHAROSA KARNA CHAHIYE

ALLAH TA'ALA QURAN MEN FARMATA HAI Agar ALLAH TA'ALA tumhari madad kare to tum par koi galib nahi aa sakta aur agar ALLAH TA'ALA tumhe chod de to us ke baad koun hai jo tumhari madad kare, Lihaza imaan walo ko ALLAH …

अल्लाह ता'आला पर ही कामिल तवक्कल व भरोसा करना चाहिए.

अल्लाह ता'आला क़ुरान में फरमाता है अगर अल्लाह ता'आला तुम्हारी मदद करे तो तुम पर कोई ग़ालिब नही आ सकता और अगर अल्लाह ता'आला तुम्हे छोड़ दे तो उस के बाद कौन है जो तुम्हारी मदद करे, लिहाज़ा ईमान वालो को अल्लाह ता'आल…

ALLAH TA'ALA KA KHOUF (DAR) HAR KHOUF PAR GALIB HONA CHAHIYE.

ALLAH TA'ALA QURAN MEN FARMATA HAI Tum logo se na daro sirf mujh se hi daro. Quran (Sura Maida 5/44) Kya tum un se darte ho halanki Allah Ta'ala jyada haq rakhta hai ki tum usse daro agar tum imaan wale ho. Quran (S…

अल्लाह ता'आला का ख़ौफ़ (डर) हर ख़ौफ़ पर ग़ालिब होना चाहिए.

अल्लाह ता'आला क़ुरान में फरमाता है तुम लोगो से ना डरो सिर्फ़ मुझ से ही डरो. क़ुरान (सुरा मायदा 5/44) क्या तुम उन से डरते हो हालाँकि अल्लाह ता'आला ज़्यादा हक़ रखता है की तुम उससे डरो अगर तुम ईमान वाले हो. क़ुरान (सुर…

ALLAH TA'ALA KI MUHBBAT TAMAM MUHBBATON PAR GALIB HONI CHAHIYE

ALLAH TA'ALA QURAN MEN FARMATA HAI Baz log aise bhi hai jo ke dusron ko Allah ka sharik banakar unse aisi muhbbat rakhte hai jaisi Allah se se honi chahiye, Aur imaan wale Allah ki muhbbat men bahut sakht hote hai. Quran (…

अल्लाह ता'आला की मुहब्बत तमाम मुहब्बतों पर ग़ालिब होनी चाहिए.

अल्लाह ता'आला क़ुरान में फरमाता है बाज़ लोग ऐसे भी है जो के दूसरों को अल्लाह का शरीक बनाकर उनसे ऐसी मुहब्बत रखते है जैसी अल्लाह से से होनी चाहिए, और ईमान वाले अल्लाह की मुहब्बत में बहुत सख़्त होते है. क़ुरान (सुरा बक़रा 2/…

MAYYAT KO ISALE SAWAB PAHUCHAANA

Hazrat Abu Huraira Razi. Se Rivayat Hai. Allah Ke Rasool sallallahu alayhi wasallam NE Irshad Farmaya Marne ke bad insan ke amalo ka mamla khatm ho jata hai, lekin 3 chijo ka sawab mayyat ko pahuchta rahta hai, 1. Sadaka jariy…

मय्यत को इसाले सवाब पहुचाना

हज़रत अबू हुरैरा रज़ी. से रिवायत है. अल्लाह के रसूल सललाल्लाहू आलेही वसल्लम ने इरशाद फरमाया मरने के बाद इंसान के आमालो का मामला ख़त्म हो जाता है, लेकिन 3 चीज़ो का सवाब मय्यत को पहुचता रहता है, 1. सदका ज़रिया 2. लोगो को फायदा …

Mayyat Par 3 Din Se Jyada Shouk Manna Jayez Nahi

Hazrat Umme Habiba Razi. Se Rivayat Hai Allah Ke Rasool sallallahu alayhi wasallam ne Irshad Farmaya. Allah Aur Akhirat Par Jo Imaan Rakhne Wala Hai Uske liye Kisi Ki bhi Mayyat Par 3 Din Se Jyada Shouk Karna jayez nahi. Aur…

मय्यत पर 3 दिन से ज़्यादा शौक़ मनना जाईज नही.

हज़रत उम्मे हबीबा रज़ी. से रिवायत है अल्लाह के रसूल सल्लललाहू आलेही वसल्लम ने इरशाद फरमाया. अल्लाह और आख़िरत पर जो ईमान रखने वाला है उसके लिए किसी की भी मय्यत पर 3 दिन से ज़्यादा शौक़ करना जाईज नही. और औरतों को उसके शौहर की…

FARYAD ( SIRF ALLAH HI SE MANGI JAYE )

YE HAR MUSLMAN KA IMAN HAI ALLAH TA'ALA HI HAMARE DIL KI BAATO KO JANTA HAI. WAHI CHITI SE LEKAR HATHI AUR PARINDO SE LEKAR MACHLIYO KI SUNTA HAI AUR UNHE BHI RIZK (PET BHAR KHANA) DETA HAI. ALLAH QURAN MEN FARMATA HAI . …

फरयाद (सिर्फ़ अल्लाह ही से माँगी जाये)

ये  हर मुसलमान का ईमान है  अल्लाह ता'आला ही हमारे दिल की बातो को जनता  है. वही चिटी  से लेकर हाथी और परिंदों  से लेकर मछलियों  की सुनता है और उन्हें भी रिज्क़ (पेट भर खाना )  देता है. अल्लाह क़ुरान में फरमाता है. जब तुम अ…

MADAD ( SIRF ALLAH HI SE TALAB KI JAYE )

HAR MUSLMAN YE MANTA HAI ALLAH KI MADAD KE BINA INSAN KOI BHI CHIJ NAHI PA SAKTA, HAR MUSLMAN YE MANTA HAI ALLAH MARZI KE BINA KOI EK SANS BHI NAHI LE SAKTA, TO JO BHI MUSHKIL AYE MADAD SIRF AUR SIRF ALLAH HI SE MANGI JAYE. QUR…

मदद (सिर्फ़ अल्लाह ही से तलब की जाए)

हर मुस्लमान ये मानता है अल्लाह की मदद के बिना इंसान कोई भी चीज़ नही पा सकता, हर मुस्लमान ये मानता है अल्लाह मर्ज़ी के बिना कोई एक सांस भी नही ले सकता, तो जो भी मुश्किल आए मदद सिर्फ़ और सिर्फ़ अल्लाह ही से माँगी जाए. क़ुरान में…

DUA ( SIRF ALLAH HI SE ) KI JAYE

HAR MUSLMAN YE MANTA HAI ALLAH KI MARZI KE Bina EK PATTA BHI NAHI HIL SAKTA HAI. HAR MUSLMAN YE MANTA HAI BILASUBAH ALLAH HAMARI DILO KI BATE BHI JANTA HAI. TO PHIR DUA BHI SIRF ALLAH HI SE KARNI CHAHIYE. ALLAH FARMATA HAI QURAN…

दुआ (सिर्फ़ अल्लाह ही से) की जाये

हर मुस्लमान ये मानता है अल्लाह की मर्ज़ी के बिना एक पत्ता भी नही हिल सकता है. हर मुसलमान ये मानता है बिलासुबा अल्लाह हमारी दिलों की बाते भी जनता है. तो फिर दुआ भी सिर्फ़ अल्लाह ही से करनी चाहिए.  क़ुरान में  अल्लाह फरमाता है तु…

IBADAT KA MAFHUM (MATLAB) KYA HAI.

QURAN MEN ALLAH FARMATA HAI IIECINDIA Maine Jinnat Aur Insano Ko Sirf Is Liye Paida Kiya Hai Ke Wo Sirf Meri Ibadat Kare. Quran (Sura Jariyat 51/56) Ibadat aisa jaame lafz hai jo un tamam jahiri(Dikhne wale) aur batini (Dili) akw…

इबादत का मफहूम ( मतलब ) क्या है

क़ुरान में अल्लाह फरमाता है. मैने जिन्नात और इंसानो को सिर्फ़ इस लिए पैदा किया है के वो सिर्फ़ मेरी इबादत करे. क़ुरान (सुरा ज़रियत 51/56) इबादत ऐसा जामे लफ्ज़ है जो उन तमाम ज़ाहिरी(दिखने वाले) और बातिनी (दिली) अक्वाल व आमाल पर ब…

ALLAH KE HUKM KE BAGAIR KOI NAHI MAR SAKTA

Allah Farmata Hai Apni Aakhari Kitab Quran Men. Bagair Allah Ta'ala ke hukm ke koi jandar nahi mar sakta uska waqte mukrar likha hua hai, duniya ki chahat walon ko ham kuch duniya de dete hai aur akhirat ka sawab chahane wal…

अल्लाह के हुक्म के बगैर कोई नही मर सकता

अल्लाह फरमाता है अपनी आखरी किताब क़ुरान में. बगैर अल्लाह ता'आला के हुक़्म के कोई जानदार नही मर सकता उसका वक़्ते मुकर्र लिखा हुआ है, दुनिया की चाहत वालों को हम कुछ दुनिया दे देते है और आख़िरत का सवाब चाहने वालो को हम वो भी …

IBADAT KE 3 BUNYADI ARKAAN HAI

1. Allah Ta'ala ki kamil muhbbat jaisa ki Allah ne irshad Farmaya. Aur imaan wale Allah se muhbbat men intihaye sakht hai. Quran : (Sura Baqra 2/160) 2. Allah Ta'ala se kamil ummid jaisa ki Allah ne irshad Farmaya. Aur a…

इबादत के 3 बुनयादि अरकान है

1. अल्लाह ता'आला की कामिल मुहब्बत जैसा की अल्लाह ने इरशाद फरमाया. और ईमान वाले अल्लाह से मुहब्बत में इंतिहाई सख़्त है. क़ुरान : (सुरा बक़रा 2/160) 2. अल्लाह ता'आला से कामिल उम्मीद जैसा की अल्लाह ने इरशाद फरमाया. और अहले …

Jamaat Se Namaz Na Padhne Walo Ke Gharo Ko Aag

Hazrat Abu Hurrera Razi. Se Riwayat Hai ALLAH KE RASOOL SALLALLAHU ALAYHI WASALLAM NE IRSHAD FARMAYA. Kaptiyo par fajr aur ishaa ki namaz se jyada bhari koi namaz nahi hoti agar unhe pata chal jaye ki dono namazo ka sawab kitna …

जमात से नमाज़ ना पढ़ने वालो के घरो को आग

अल्लाह के रसूल सललाल्लाहू आलेही वासल्लम ने इरशाद फरमाया. हज़रत अबू हुर्रेरा रज़ी. से रिवायत है अल्लाह के रसूल सललाल्लाहू आलेही वासल्लम ने इरशाद फरमाया कपटीयो पर फज्र और ईशा की नमाज़ से ज़्यादा भारी कोई नमाज़ नही होती अगर उन्हे प…

आज मुसलमान अज़ान देने से कतराते है जबकि अज़ान देने की बड़ी फ़ज़िलत है.

हदीस ए रसूल सललाल्लाहू आलेही वासल्लम ने इरशाद फरमाया हज़रत अबू साईद खुदरी रज़ी. से रिवायत है अल्लाह के रसूल सललाल्लाहू आलेही वासल्लम ने इरशाद फरमाया मुअजजीन की आवाज़ को जिन्नात, इंसान और जो जो चीज़े सुनती है वो रोज़े कयामत उसके …

क्या आज की औरते साहाबियात से ज़्यादा पाक और शर्म करने वाली है

अल्लाह ने क़ुरान में फरमाया ए नबी सललाल्लाहू आलेही वासल्लम अपनी बीवियो और अपनी बेटियो से और मुसलमानो की औरतों से कह दो वो अपने ऊपर अपनी चादरे लटका लिया करे.  (यानी परदा,हिज़ाब करे) क़ुरान (सुरा आहज़ाब 33/59) इस आयात में अल्लाह न…

KYA AAJ KI AURATE SAHABIYAT SE JYADA PAK AUR SHARM KARNE WALI HAI

Allah Ne Quran Men Farmaya A Nabi SAW.' Apni Biwiyo Aur Apni Betiyo Se Aur Muslmano Ki Aurton Se Kah Do Wo Apne Upar Apni Chadare Latka liya Kare.  (Yani Parda,Hizab Kare) Quran (Sura Ahzab33/59) IS AYAT MEN ALLAH NE APNE RA…

HAQ BAAT KA INKAR KARNA YANI TAKBBUR KARNA.

Allah Ne Quran Men Farmaya Aur jab hamne farishton se kaha ke aadam ko sazda karo to iblis ke siwa sab ne sazda kiya, usne inkar kiya aur TAKBBUR kiya aur wo kafiron me se ho gaya. Quran (Sura Baqra 2/34) Allah Ke Rasool S…

NAMAZ KA CHODNA KUFR KI ALAAMAT

Hazrat jabir Razi Allahu Anhu Se Rivayat hai. NABI KARIM SALLALLAHU ALAYHI WASALLAM ne farmaya. Imaan aur kufr ke bich fark namaz ka chorh dena hai. Hadees (Sahih Muslim 82) Iska matlab ye hai ke islam aur kufr ke bich nam…

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