मुझ पर मुसीबत क्यो आती है ?

हमारे सवालात और क़ुरान के  जवाबात

“जो मुसीबत तुम्हें पहुची वो तो तुम्हारे अपने हाथो की कमाई से पहुची और बहुत कुछ तो वो (अल्लाह) माफ़ कर देता है.
(क़ुरान : सुरा शूरा 42/30)

“जो मुसीबत भी ज़मीन मे आती है और तुम्हारे अपने उपर, वो एक खास किताब मे लिखी है. इस’से पहले की हम उसे वजूद मे लायें- बेशक ये अल्लाह के लिए आसान है. – (ये बात तुम्हें इसलिए बता दी गई) ताकि तुम उस चीज़ का अफ़सोस ना करो जो तुमसे जाती रहे और ना उस पर फूल जाओ जो उसने तुम्हें आता की हो. अल्लाह किसी इतराने वाले , बड़ाई जताने वाले को पसंद नही करता.”
(क़ुरान : सुरा हदीद 57/22-23)

“कह दो- हमे कुछ भी पेश नही आ सकता सिवाय उसके जो अल्लाह ने लिख दिया है. वो ही हमारा मालिक है. और ईमान वालो को अल्लाह ही पर भरोसा करना चाहिए.
(क़ुरान : सुरा तौबा 9/51)

अल्लाह हमे हक़ बात समझने की तोफीक अता फरमाये अमीन
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