वो कौन से काम हैं जिनको करने से मुझे जन्नत मिल सकती है ?
“और अपने रब की तौबा और उस जन्नत की और बढ़ो. जिसका फैलाव आसमानो और ज़मीनो जैसा है.
वो उन लोगो क लिए तैयार है जो डर रखते हैं. वो लोग जो खुशहाली और तंगी के हर हाल मे खर्च करते हैं और गुस्से को रोकते हैं और लोगो को माफ़ करते हैं.,
और अल्लाह को ऐसे लोग अज़ीज़ हैं. जो अच्छे से अच्छा काम करते हैं.
और जिनका हाल ये है की जब वो कोई खुला गुनाह कर बैठते हैं या अपने आप पर ज़ुल्म करते हैं तो फ़ौरन अल्लाह उन्हें याद आ जाता है और वो अपने गुनाहो की माफी चाहने लगते हैं
और अल्लाह के अलावा कौन है, जो गुनाहो को बख़्श दे ?
और जानते बुझते वो अपने किए पर अड़े नही रहते. उनका बदला उनके रब की और से बख़्शिस है और ऐसे बाग़ (Garden) हैं जिनके नीचे नहरे (Canals) बहती होंगी.
उनमे वो हमेशा रहेंगे. और क्या ही अच्छा बदला है अच्छे आमाल करने वालो का.”
क़ुरान ( इमरान 3/133-136)
अल्लाह हमे हक़ बात समझने की तोफीक अता फरमाये आमीन
“और अपने रब की तौबा और उस जन्नत की और बढ़ो. जिसका फैलाव आसमानो और ज़मीनो जैसा है.
वो उन लोगो क लिए तैयार है जो डर रखते हैं. वो लोग जो खुशहाली और तंगी के हर हाल मे खर्च करते हैं और गुस्से को रोकते हैं और लोगो को माफ़ करते हैं.,
और अल्लाह को ऐसे लोग अज़ीज़ हैं. जो अच्छे से अच्छा काम करते हैं.
और जिनका हाल ये है की जब वो कोई खुला गुनाह कर बैठते हैं या अपने आप पर ज़ुल्म करते हैं तो फ़ौरन अल्लाह उन्हें याद आ जाता है और वो अपने गुनाहो की माफी चाहने लगते हैं
और अल्लाह के अलावा कौन है, जो गुनाहो को बख़्श दे ?
और जानते बुझते वो अपने किए पर अड़े नही रहते. उनका बदला उनके रब की और से बख़्शिस है और ऐसे बाग़ (Garden) हैं जिनके नीचे नहरे (Canals) बहती होंगी.
उनमे वो हमेशा रहेंगे. और क्या ही अच्छा बदला है अच्छे आमाल करने वालो का.”
क़ुरान ( इमरान 3/133-136)
अल्लाह हमे हक़ बात समझने की तोफीक अता फरमाये आमीन